बाल विकास और शिक्षाशास्त्र : व्यक्तिगत और समाज के विकास में शिक्षा की भूमिका
- कक्षा में स्नेह पूर्ण एवं सृजनशील शिक्षण ही सबसे बड़ी समाज सेवा है। आप इस कथन से - पूर्ण रूप से सहमत हैं।
- भारतीय समाज में नैतिकता के ह्रास का प्रमुख कारण है - अध्यापकों का अपना दायित्व नहीं निभाना।
- असामाजिक लोगों के साथ आपका व्यवहार किस प्रकार का होता है - सुधारक के रूप में।
- किसी व्यक्ति का चरित्र सबसे ज्यादा प्रभावित होता है, इस संबंध में आप क्या मानते हैं - पारिवारिक परिवेश से।
- जब कोई विद्यार्थी सामाजिक समारोहों में भाग लेने से कतराते है तो आप - शिक्षक स्वयं सामाजिक समारोहों में भाग ले तथा छात्रों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
- कुछ बच्चे अपने से बड़ों के प्रति आदर सूचक शब्दों का प्रयोग नहीं करते हैं तो आप - उन्हें शिष्ट व्यवहार करने के लिए प्रेरित करेंगे।
- माता के रूप में आप बच्चों के प्रति क्या सोचती हैं - उसमें सद्गुण विकसित करने के लिए उसे प्रेरित करेंगे।
- मानवीय मूल्यों में गिरावट आज के युग में कड़वा सच है। ऐसे में आप एक अध्यापक के रूप में किस प्रकार की सामाजिक भूमिका का निर्वहन करेंगे - एक विशिष्ट व्यक्ति के रूप में आप मानव मूल्यों को अपने जीवन में स्थान देंगे।
- सम्मान प्राप्त करने के लिए दूसरों को सम्मान देना अति आवश्यक है। यह उक्ति लागू होती है - स्कूलों सहित सभी स्थानों पर समान रूप से।
- वर्तमान में किस प्रकार की शिक्षा छात्रों तथा समाज के लिए लाभप्रद है - रोजगार परक व्यवसायिक शिक्षा।
- अध्यापिका बनने के उपरांत किसी प्रतिष्ठित समाज में सम्मिलित होने पर - आपको यह बताने में गर्व होगा कि आप एक अध्यापिका हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण लागू होने से निम्न में से क्या होता है - सामाजिक रूप से पिछड़े व्यक्ति को सहायता मिलती है।
- एक विद्यार्थी के असामाजिक व्यवहार को सुधारने के लिए कौन सा कार्य नहीं करना चाहिए - दूसरे विद्यार्थियों से कहना कि वह उसके साथ ना रहे।
- आपके विचार में केवल शिक्षक ही समाज और देश में जागृति ला सकता है क्योंकि - वह छात्रों और समाज को दिशा देता है।
- विद्यालयों की स्थापना से समाज में - आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त होता है।
- नागरिकता के गुण सिखाने के लिए छात्रों को क्या करना चाहिए - कुछ समय समुदाय में कार्य करना।
- आपने कक्षा के एक छात्र को डांटा। उस पर उसके पिताजी आप से लड़ने के लिए स्कूल आ गए, आपको चाहिए कि - उन्हें समझाएं और उनसे पूरी बात करें।
- विद्यालय शिक्षा का उद्देश्य हर बच्चे में किस चारित्रिक विशेषता का विकास करना है - स्वावलंबन।
- शिक्षक को समाज में अपना स्थान बनाने के लिए चाहिए - अपने दायित्व को ठीक से निभाना।
- परिवार एक साधन है - अनौपचारिक शिक्षा का।
- विद्यालयों में सामूहिक शिक्षण की व्यवस्था की जाती है, क्योंकि - हर समाज में शिक्षकों की संख्या प्राया कम होती है।
- विद्यालयों की समाज के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाने के लिए आवश्यक है - शिक्षक अभिभावक संबंध बनाना।
- विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए क्योंकि - इनसे छात्रों का सांस्कृतिक विकास होता है।
- हमारे जैसे बदलते समाज वाले देश में अध्यापक का योगदान तभी अर्थपूर्ण है जबकि वह - सामाजिक उद्देश्यों के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास में मदद करता है।
- विद्यालय समाज का सच्चा प्रहरी होता है। इस कथन का आशय यह है कि - विद्यालय द्वारा समाज का विकास सुनिश्चित होता है।
- परिवार बालक की शिक्षा को किस प्रकार प्रभावित करता है - समाज की संस्कृति के संस्कार डालकर।
- शिक्षण प्रक्रिया में सबसे अधिक किस की आवश्यकता है - समाज।
- आजकल समाज के व्यक्तियों का ध्यान धन कमाने की ओर है, ऐसे समय में आप भी - अपना ध्यान अपने काम की ओर जारी रखेंगे।
- विद्यार्थियों में सहयोग की भावना का विकास आप कैसे करेंगे - समूह कार्य देकर।
- विद्यालयों में आयोजित की जाने वाली सामूहिक बाल सभाओं से - छात्रों का विकास सुनिश्चित हो जाता है।
- पाठ्य सहगामी क्रियाओं से छात्रों में विकसित होती है - दूसरों के प्रति उत्तरदायित्व की भावना।
- निम्न में से कौन सा छात्र अधिक अच्छा नागरिक बन सकता है - जो अन्य छात्रों की सहायता करता है।
- कोई विद्यार्थी अपनी व्यक्तिगत समस्या के बारे में चर्चा करने के लिए आपके पास आता है, एक शिक्षक के रूप में आप - उसकी समस्या समझने की कोशिश कर, उसे सहायता करेंगे।
- उसी शिक्षक को समाज में वास्तविक मान सम्मान मिलना चाहिए जो - अपने पद के दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा से करता है।
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