विद्यालय में पाठ्यक्रम
- छात्रों को यौन शिक्षा संबंधी शिक्षा देने के लिए उसे पाठ्यक्रम में समावेश करने के बारे में आप का मत है कि - इससे उत्पन्न होने वाली बुराइयों से बचा जा सकता है।
- प्रैक्टिकल करके सीखना अधिक उपयोगी है क्योंकि - बच्चे क्रियाशीलता पसंद करते हैं।
- राष्ट्रीय शैक्षिक सर्वेक्षण के अनुसार बच्चों के विद्यालय छोड़ने का क्या कारण होता है - विद्यालय की पाठ्यचर्या को नीरस पाते हैं।
- छात्रों को गृह कार्य समय से करने के लिए आप क्या करेंगे - यथासंभव छात्रों की सहायता करेंगे।
- यदि छात्र पाठ्यवस्तु में रुचि नहीं ले रहा है तो आप क्या करना पसंद करेंगे - अरुचि का कारण जानने का प्रयास करेंगे।
- आपके विचार से कक्षा शिक्षण में छात्रों को अच्छी तरह पाठ्यवस्तु सिखाने के लिए अध्यापक में आवश्यक है - प्रभावी अभिव्यक्ति।
- पाठ्यक्रम निर्माण में किस बात को मुख्य रूप से ध्यान में रखा जाता है - पाठ्यक्रम को।
- समय चक्र में विषयों के वितरण का क्या आधार होना चाहिए - छात्रों की रुचि के आधार पर।
- आपको कक्षा आठ का समय चक्र बनाने के लिए कहा जाता है, प्रयोगात्मक घंटे देने के लिए आप प्रधानाचार्य को इस पक्ष में क्या दलील देंगे - प्रयोगात्मक कक्षा में बच्चों को नया माहौल मिलता है।
- छात्रों के पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा के बारे में आपका क्या विचार है - छात्रों के चरित्र के विकास के लिए लाभकारी है।
- कुछ वर्षों बाद पाठ्य पुस्तकें बदल देनी चाहिए क्योंकि - ज्ञान में निरंतर वृद्धि होती है।
- एक अच्छी पाठ्यपुस्तक वह है जो अन्य विशेषताओं के अतिरिक्त अनिवार्य रूप से सम्मिलित करती है - बहुत से गृह कार्य के अभ्यास।
- छात्रों को मूल्यों की शिक्षा देना आवश्यक है क्योंकि - उनमें सद्गुणो के प्रति आस्था और सजगता बढ़ेगी।
- विद्यालय में पर्यावरण शिक्षा की व्यवस्था आपके विचार से - छात्रों में पर्यावरण चेतना जगाने के लिए आवश्यक है।
- विद्यालय में पर्यावरण शिक्षा दी जा सकती है - स्वयं अपनाकर।
- छात्र केंद्रित शिक्षण का आशय है - प्रत्येक छात्र की आवश्यकता का ध्यान रखना।
- पाठ्यक्रम लोचशील होना चाहिए यदि ऐसा नहीं होगा तो - उससे अलग अलग व्यक्तित्व वाले छात्रों का विकास नहीं हो पाएगा।
- कोई नया पाठ कक्षा में पढ़ाने के लिए आप कौन सा उपाय अपनाएंगे - उस विषय के बारे में बच्चों को जो भी ज्ञान है, उसकी चर्चा बच्चों के साथ करके उसी के साथ नए विषय की नई जानकारी बच्चों को प्रदान करेंगे।
- क्या आप समझते हैं कि बालको और बालिकाओं दोनों के लिए एक समान पाठ्यचर्या हो - जी नहीं, बालिकाओं के लिए पाठ्यचर्या उनकी शारीरिक एवं भावनात्मक आवश्यकताओं के अनुकूल होनी चाहिए।
- पाठ्यचर्या के निर्माण में मुख्य रूप से किस बात का ध्यान रखा जाता है - शिक्षा के उद्देश्यों का।
- आपके ख्याल में छात्रों के लिए उपयुक्त पाठ्यक्रम वह है जो - उनके विकास, आवश्यकता और स्तर के अनुरूप हो।
- विद्यालयों में निर्धारित पाठ्यक्रम द्वारा शिक्षा की व्यवस्था इसलिए की जाती है जिससे विद्यार्थियों की - जानकारी और कुशलता में वृद्धि हो।
- पाठ्य पुस्तकों से सहायता मिलती है - शिक्षण कार्य ठीक से संचालित करने में।
- स्कूल के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न कक्षाओं से संबंधित विषय की पाठ्य पुस्तकों का चयन किसे करना चाहिए - कक्षा शिक्षक द्वारा।
- निम्नलिखित में से कौन-सी पाठन विधि कक्षा में छात्रों की सहभागिता को सुनिश्चित करेगी - विचार विमर्श।
- कक्षा में विद्यार्थियों और अध्यापक में पाठ्य विषय वस्तु पर वाद विवाद होने का क्या परिणाम होगा - शिक्षा स्तर में सुधार होगा।
- पाठ्यक्रम को अधिक उपयोगी बनाने हेतु आवश्यक है - भारतीय संस्कृति का ज्ञान।
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